HI/681229 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/681229PU-LOS_ANGELES_ND_01.mp3</mp3player>|"गौरांग बोलीते हबे पुलक-शरीर। यह भगवन्नाम गुणगान की सिद्धि है, कि ज्योंही हम गुणगान या नाम उच्चारण करते हैं गौरांग महाप्रभु का, जिन्होंने संकीर्तन आंदोलन का आरम्भ किया, एकदम शरीर में एक कम्पन होगा। तो इसका अनुकरण नहीं करना है। किन्तु नरोत्तम दास ठाकुर अनुशंसा कर रहे हैं कब वह सुअवसर हमारे पास आएगा, कि जैसे ही हम गौरांग महाप्रभु के नाम का गुणगान करेंगे, हमारे शरीर में कम्पन होगा। और, उस कम्पन के पश्चात, हरि हरि बोलीते नयने बाबे नीर, हरे कृष्ण का गान करते समय आँखों में अश्रु होंगे।"|Vanisource:681229 - Lecture Purport to Gauranga Bolite Habe - Los Angeles|Lecture Purport to Gauranga Bolite Habe -  - लॉस एंजेलेस}}
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{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/681228d प्रवचन - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|681228d|HI/681230 बातचीत - श्रील प्रभुपाद लॉस एंजेलेस में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|681230}}
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Latest revision as of 04:27, 31 July 2022

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"गौरांग बोलीते हबे पुलक-शरीर। यह भगवन्नाम गुणगान की सिद्धि है, कि ज्योंही हम भगवान गौरांग महाप्रभु जिन्होंने संकीर्तन आंदोलन का आरम्भ किया, उनके नाम का गुणगान करेंगे तत्क्षण हमारे शरीर में एक कम्पन होगा। हमें इसका अनुकरण नहीं करना है। किन्तु नरोत्तम दास ठाकुर अनुशंसा कर रहे हैं कि कब वह सुअवसर आएगा, कि जैसे ही हम गौरांग महाप्रभु के नाम का गुणगान करेंगे, हमारे शरीर में भी कम्पन होगा। और, उस कम्पन के पश्चात, हरि हरि बोलीते नयने बाबे नीर, हरे कृष्ण का गान करते समय हमारी आँखों से अश्रु प्रवाहित होंगे।"
Lecture Purport to Gauranga Bolite Habe - - लॉस एंजेलेस