HI/680803b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
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Revision as of 16:25, 14 April 2019
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
हम कोई भेद नहीं करते हैं, कि एक पुरुष महिला की तुलना में बेहतर कृष्ण भावनाभावित हो सकता है । नहीं । एक महिला बेहतर कृष्ण भावनाभावित हो सकती है, क्योंकि वे बहुत सरल होती हैं । वे किसी भी धार्मिक व्यवस्था को स्वीकार कर सकती हैं । आम तौर पर महिलाएं, वे इसे स्वीकार करती हैं, क्योंकि वे बहुत सरल होती हैं । उनका मन टेढ़ा नहीं होता है । इसीलिए, कभी-कभी उनका शोषण होता है । तो आध्यात्मिक मंच में ऐसा कोई भेद नहीं है । |
680803 - प्रवचन श्री.भा. १.२.६ - मॉन्ट्रियल |