HI/680709b प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
(Created page with "Category:HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी Category:HI/अमृत वाणी - १९६८ Category:HI/अम...") |
(Vanibot #0025: NectarDropsConnector - update old navigation bars (prev/next) to reflect new neighboring items) |
||
Line 2: | Line 2: | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - १९६८]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - १९६८]] | ||
[[Category:HI/अमृत वाणी - मॉन्ट्रियल]] | [[Category:HI/अमृत वाणी - मॉन्ट्रियल]] | ||
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/680709SB-MONTREAL_ND_02.mp3</mp3player>| | <!-- BEGIN NAVIGATION BAR -- DO NOT EDIT OR REMOVE --> | ||
{{Nectar Drops navigation - All Languages|Hindi|HI/680709 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|680709|HI/680710 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद मॉन्ट्रियल में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं|680710}} | |||
<!-- END NAVIGATION BAR --> | |||
{{Audiobox_NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/680709SB-MONTREAL_ND_02.mp3</mp3player>|व्यक्ति को उच्च शिक्षित या बहुत समृद्ध या बहुत सुंदर या बहुत प्रसिद्ध होने की आवश्यकता नहीं है । नहीं । कोई भी । कोई भी । बस भगवान ने हमें यह जीभ दी है, हम अच्छी तरह से बोल सकते हैं । हरे कृष्ण का जप करें और परिणाम देखें । मुझे लगता है, हमारे शिष्य में, श्रीमान हयाग्रिव ब्रह्मचारी, वह आपको एक अच्छा अनुभव देंगे, जब वे पहली बार इस वर्ग में आए थे और रास्ते में जप किया था, तो उन्हें कैसा लगा था । कई उदाहरण हैं । हम बहुत सारी समस्याओं से घिरे हैं, तो आप सभी से हमारी प्रार्थना है, कि हरे कृष्ण का जप करें । यह एकमात्र समाधान है । कोई कीमत नहीं है, कोई कर नहीं है; कोई योग्यता नहीं चाहिए । बस हरे कृष्ण जप करना है । यह हमारा प्रचार है ।|Vanisource:680709 - Lecture SB 07.09.10 - Montreal|680709 - प्रवचन श्री.भा. ७.९.१० - मॉन्ट्रियल}} |
Latest revision as of 06:26, 9 January 2021
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
व्यक्ति को उच्च शिक्षित या बहुत समृद्ध या बहुत सुंदर या बहुत प्रसिद्ध होने की आवश्यकता नहीं है । नहीं । कोई भी । कोई भी । बस भगवान ने हमें यह जीभ दी है, हम अच्छी तरह से बोल सकते हैं । हरे कृष्ण का जप करें और परिणाम देखें । मुझे लगता है, हमारे शिष्य में, श्रीमान हयाग्रिव ब्रह्मचारी, वह आपको एक अच्छा अनुभव देंगे, जब वे पहली बार इस वर्ग में आए थे और रास्ते में जप किया था, तो उन्हें कैसा लगा था । कई उदाहरण हैं । हम बहुत सारी समस्याओं से घिरे हैं, तो आप सभी से हमारी प्रार्थना है, कि हरे कृष्ण का जप करें । यह एकमात्र समाधान है । कोई कीमत नहीं है, कोई कर नहीं है; कोई योग्यता नहीं चाहिए । बस हरे कृष्ण जप करना है । यह हमारा प्रचार है । |
680709 - प्रवचन श्री.भा. ७.९.१० - मॉन्ट्रियल |