HI/650731 - गोसांईजी को लिखित पत्र, बॉम्बे: Difference between revisions

(Created page with "Category:HI/1965 - श्रील प्रभुपाद के पत्र Category:HI/श्रील प्रभुपाद के पत्र जो लिख...")
 
 
(No difference)

Latest revision as of 08:45, 27 April 2022

Letter to Gorachand Goswami


ए.सी. भक्तिवेदान्त स्वामी

निवास स्थान:
राधा दामोदर मन्दिर, सेवाकुंज
वृंदाबन

ऑफिसः
श्री राधा कृष्ण मन्दिर,
2439 चिप्पिवाड़ा कलां,
पोस्ट बॉक्स नं. 1846
दिल्ली 6

कैम्प बम्बई

31 जुलाई, 1965, बम्बई,

मेरे प्रिय गोसांईजी,

कृपया मेरे दण्डबत् स्वीकार करें। कल मैं कलकत्ता जा रहा हूँ, जहां मैं एम.वी.जलदूत जहाज़ पकड़ूंगा और अमरीका के लिए 10 अगस्त, 1965 को निकलूंगा और एक माह पश्चात् न्यु यॉर्क पंहुचुंगा। परसों मैंने आपको रु 25 का एक मनिऑर्डर भिजवाया था। मुझे आशा है कि इस बीच वह आपको प्राप्त हो गया होगा। हो सकता है कि मैं आगामी नवम्बर तक भारत लौट आऊं।

इस बीच श्री आत्मासिंह बजाज आपको इस पत्र के साथ मिलेंगे, चूंकि वे अगले महीने में कभी वृंदावन जाएंगे। ये भगवान कृष्ण के एक महान भक्त हैं और वही सज्जन हैं जिनके बारे में मैंने आपसे श्री जयदेव गोस्वामी के श्री राधा माधवजी विग्रह के संदर्भ में चर्चा की थी।

ये श्री राधा माधव जीऊ के लिए एक भव्य मन्दिर बनवाएंगे और पूरे ठाट-बाट के साथ राजसेवा करवाएंगे। और साथ ही वैष्णव स्मृतियों के अनुरूप उत्सवों का आयोजन भी करेंगे।

कृपया इनसे सम्मुख हो बात कीजिए और निजी तौर पर मैं इनके प्रस्ताव को स्वीकार करने का पूरा समर्थन दूंगा। ऐसा केवल इसलिए नहीं चूकि ये मेरे मित्र हैं, बल्कि सेवा पूजा में सुधार लाने के दृष्टिकोण से भी।

मुझे आशा है कि, केवल सेवा पूजा में सुधार देखने के लिए ही, आप दोनों किसी सुखद सहमति पर आ पहुंचेंगे।

अपेक्षा में धन्यवाद,

निष्ठापूर्वक आपका

(हस्ताक्षर)

ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी