HI/770406 - गुरुकृपा को लिखित पत्र, बॉम्बे
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6 अप्रैल, 1977
मेरे प्रिय गुरु कृपा,
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मैं दिनांक 30 मार्च, 1977 के तुम्हारे पत्र के लिए तुम्हारा धन्यवाद करता हूँ।
हां, कल बैंक ऑफ अमेरिका ने $100,00 का तुम्हारा ट्रांसफर प्राप्त कर लिया है। तुम्हारी आयु लम्बी हो और तुम कृष्ण की सेवा करते रहो।
तुम्हारे सुझाने के अनुसार मैं भरदराज को तुरन्त ही हमारे हवाई मन्दिर के लिए पंच तत्व विग्रहों का एक नवीन सेट बनाने के निर्देश दे रहा हूँ।
अब जैसे बम्बई मन्दिर का निर्माण पूरा होने लगा है, तुम्हें मायापुर धाम में श्री चैतन्य महाप्रभू की जन्मभूमि पर अवश्य ही एक सुन्दर मन्दिर का निर्माण प्रारंभ कर देना चाहिए। मैं सोचता हूँ कि जापान में विश्व की कुछ सर्वश्रेष्ठ वास्तुकारिक निर्माण कंपनियां हैं। यदि संभव हो तो कृपया जापान के सर्वोत्तम वास्तुकार का पता लगाओ। उसे मोटे तौर पर हमारे मायापुर मन्दिर परियोजना के बारे में बताओ और अधिक जानकारी के लिए हरे कृष्ण लैण्ड, बम्बई के पते पर सुरभी स्वामी को पत्र लिखने को कहो।
आशा करता हूँ कि यह तुम्हें अच्छी अवस्था में प्राप्त हो।
सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी
(हस्ताक्षरित)
ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी
एसीबीएस/टीकेएस
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