HI/740408 - तेजियस को लिखित पत्र, बॉम्बे
त्रिदंडी गोस्वामी
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी
संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
केन्द्र: हरे कृष्ण लैंड,
गांधी ग्राम रोड,
जुहू, बॉम्बे 54
8 अप्रैल, 1974
प्रिय तेजयस,
कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। मुझे तुम्हारा दिनांक 4 अप्रैल, 1974 का एक्सप्रेस पत्र आवश्यक चेकों की सूचि के साथ मिला है और मैंने इसे जांच लिया है।
जहां तक वृंदावन निर्माण के लिए आवश्यक चेकों की बात है, तो उन्हें मैं इस पत्र के साथ गुरुदास को सुपुर्द कर रहा हूँ, जो अभी यहां पर है। तुम्हारे द्वारा सूचि में बताया गया पंजाब नेशनल बैंक हेतु रु 23,000 का चेक अलग से एक्सप्रेस डाक द्वारा भेजा जा चुका है। बाकि सारे चेक गुरुदास के दिए जाते हैं।
जहां तक विभिन्न जगहों से मिल रहे भूमि के प्रस्तावों की बात है, तुम उन्हें ले लो। पहले उन्हें ले लो, उसके बाद हम देखेंगे कि उनका संचालन किस प्रकार से किया जाए। वहां पर रहने के लिए हमें ब्राह्मण आयात करने होंगे। यदि हमारे आदमी प्रशिक्षित हों, तो एक व्यक्ति भी एक जगह का संचालन कर सकता है। एक अनुभवी व्यक्ति एक कुटिया में बैठकर सरल भाव से कृष्ण के बारे में बात कर सकता है और स्थानीय लोगों को संगठित कर सकता है। शुरुआत मैंने भी 26 सेकेंड ऐवेन्यू न्यु यॉर्क सिटी में इसी प्रकार से की थी। यदि प्रचार निष्कपट है तो वे अवश्य ही आकर्षित होंगे। जबतक प्रचारक का कोई निजी स्वार्थ न हो और वह केवल कीर्तन एवं प्रचार करे। बहरहाल, प्रस्तुत की गई भूमि ले लो।
अब गुरुदास व सौरभ के साथ विचार-विमर्श करते हुए कार्य करो और वृंदावन में हमारे कृष्ण बलराम मंदिर को पूरा करने के लिए आगे बढ़ते रहो।
सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी,
(हस्ताक्षरित)
ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी
एसीबीएस/एसडीजी
इस्कॉन जी 12 आनंद निकेतन एक्सटेंशन
नई दिल्ली भारत
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