HI/710726 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions
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Latest revision as of 06:07, 17 January 2022
HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी |
"वह हर्दा, कृष्ण, हर किसी के ह्रदय में बैठे हैं, सभी को निर्देश देते हैं। लेकिन जो भक्त नहीं हैं, वे समझ नहीं सकते कि आदेश क्या है। वे इनकार करते हैं। लेकिन जो भक्त हैं, वे समझ सकते हैं कि, "यहाँ है भगवान का आदेश।" बुद्धि-योगं ददामि तम ।" |
710726 - प्रवचन ब्र. सं. - न्यूयार्क |