HI/670313 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद सैन फ्रांसिस्को में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
कभी-कभी, जब हम इस भौतिक जीवन से घृणा करने लगते हैं, जब हम सभी चीजों को भूल जाना चाहते हैं, हम शराब पीना शुरू कर देते हैं : "ओह, व्यवसायिक चिंता, बहुत सारी चिंताएँ हैं, हम इन्हें हल नहीं कर पा रहे हैं। हमें शराब पीने दो पीने दो। आह।" इसलिए कभी-कभी हम एलएसडी या अन्य नशीले पदार्थों का, गांजा का, पान का, सेवन करते हैं। तो यह... सुसुप्ती के लिए व्यक्ति की एक प्रवृत्ति है, वह सुसुप्ती की ओर जा रहा है। कभी-कभी लोग नींद के लिए इंजेक्शन लेते हैं। अब नींद की गोलियां भी हैं, और भी बहुत सी चीजें है। तो वास्तव में शुद्ध आत्मा के रूप में, हम भूलना चाहते हैं किन्तु क्योंकि इस भौतिक अस्तित्व से निकलने के लिए हम वास्तविक पथ को स्वीकार नहीं करते इसलिए हमें कुछ मनगढ़ंत साधनों को स्वीकार करना पड़ता है। इससे हमारा उद्धार नहीं होगा। इससे हमारा उद्धार नहीं होगा।" ।
670313 - प्रवचन एस.बी. ०७.०७.२५ -२८ - सैन फ्रांसिस्को