HI/670330 - रायराम, सत्स्वरूप को लिखित पत्र, सैन फ्रांसिस्को

Letter to Rayrama and Satsvarupa (Page 1 of 2)
Letter to Rayrama and Satsvarupa (Page 2 of 2)


अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ इंक.
518 फ्रेड्रिक स्ट्रीट, सैन फ्रांसिस्को,कैलिफ़ 94117 टेलीफोन: 564-6670

आचार्य:स्वामी ए.सी. भक्तिवेदान्त

30 मार्च, 1967


मेरे प्रिय रायराम मेरे प्रिय सत्स्वरूप,

मैं तुम्हारे पत्र, उनके साथ संलग्न भेजी गई चीज़ों के साथ में, प्राप्त कर चुका हूँ। तुम्हारा बहुत धन्यवाद और मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो।

मकान और तुम्हारे द्वारा मूर्खतापूर्ण ढ़ंग से व्यवहार किए गए धन के बारे में, मैं तुम्हें अभी भी अच्छी सलाह दे सकता हूँ, जो कि निम्नलिखित हैः

मैं नहीं जानता कि तुमने किस प्रकार का अनुबंध स्वीकार किया और 5000 डॉलर का चेक दे चुके हो। पर मैं अनुमान लगा सकता हूँ कि, अनुबंध इस बात का बना होगा कि मि.हिल निवेशक है, जो हमारे लिए मि. टेलर से मकान खरीदेगा। और वह चेक मि.हिल ने एडवान्स के तौर पर लिया होगा। इस शर्त पर कि 31 मार्च 1967 तक और भी 5000 डॉलर दिए जाएंगे। मि.पेयन को यह भली भांति ज्ञात रहा होगा कि तुम्हारे पास 31 मार्च तक देने को और 5000 डॉलर नहीं हैं। और ऐसा न कर पाने पर तुम्हारे पिछले 5000 डॉलर, इस गिरोह द्वारा हड़प लिए जाएंगे।

पर वास्तव में मि.हिल के पास मि.टेलक को दिए जाने के लिए पर्याप्त धन है ही नहीं। मि.टेलर को यह बात ज्ञात रही होगी। और इसीलिए वह उस समय वहां उपस्थित नहीं था, जब तुम नासमझ लड़कों ने, अपने ही जैसे वकीलों की सहायता के साथ, मि.टेलर की अनुपस्थिति में अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए। मैंने आखरी क्षण तक तुम्हें बार-बार मना किया, कि मि.टेलर व मि.हिल के बीच किसी पक्की बात के अभाव में चेक अदा मत करो। अनुबंध पर ऐसे ही हस्ताक्षर कर दिए गए, जैसे दूल्हे के बिना विवाह हो रहा हो। गलती की गई और अब तुम पछता रहे हो।

बहरहाल, यदि 31 मार्च को मि.हिल व उसका साथी, दूसरे मॉर्टगेज की 20000 डॉलर की राशि लेकर आगे आते हैं तो पीछे मत रह जाना। यदि वास्तव में मि.हिल वह मकान मि.टेलर से खरीद रहा है और इन दोनों गुटों के बीच में वास्तविक लेनदेन हो रहा है, तो हम तुरन्त ही बकाया 5000 डॉलर की राशि चुकाने को तैयार हैं। लेकिन मैं जानता हूँ कि इस मि.हिल के पास, हमारे ऐवज़ में मकान खरीदने के लिए कोई धन है ही नहीं। ऐसा मुझे मि.लर्नर ने बतलाया थआ। यह मि.पेयन की धोखाधड़ी जान पड़ती है। इसलिए यह धोखाधड़ी का एक सीधा-सीधा मामला है और इसलिए इन सभी को, न्यायालय द्वारा किसी भी कीमत पर दण्ड मिलना चाहिए। मैंने तुमसे अनुबंध की एक प्रति भेजने को कहा था, पर तुमने वह नहीं भेजी है। अन्यथा मैं तुम्हें स्पष्ट निर्देश दे पाने में सक्षम होता। इसके बावजूद मैं तुम्हें, उपरोक्त शैली में, कुछ सुझाव दे रहा हूँ और मैं नहीं जानता कि तुम किस प्रकार तरीका निकालोगे। यदि यह सिद्ध किया जा सके कि मि.हेल के पास मकान खरीदने के लिए कोई धन ही नहीं है तो यह मि.पेयन द्वारा की गई धोखाधड़ी का स्पष्ट मामला है। तो 3 मार्च को उन्हें चुनौती दो कि क्या उनका मि.टेलर के साथ में अग्रीमेंट हुआ है अथवा क्या उन्होंने वास्तव में हमारा को टेलर दिया है। यदि यह सच है कि उसने(मि.हिल ने) मि.टेलर को 5000 डॉलर दिए हैं और यदि हमें वास्तव में मकान मिलने वाला है, तो पीछे मत रह जाना। हम बकाया राशि को एक पखवाड़े के भीतर देने को तैयार हैं। इस पर निश्चिंत रहो। मैं नहीं जानता कि वकील लोग धोखाधड़ी के केस को लेकर गंभीर क्यों नहीं हैं। यदि मि.हिल के पास में कोई धन नहीं है और हमारे ऐवज़ में मकान खरीदने के बहाने उसने राशि स्वीकार की है, तो यह धोखाधड़ी का एक साफ मामला है और पेयन इस धांधली के पैंतरे का प्रबंधक है। और यदि यह सच है कि हमें मकान मिलने वाला है, तो हम बकाया 5000 डॉलर देने को तैयार हैं। या तो हमें मकान मिलना चाहिए अथवा हमारा धन वापस मिलना चाहिए। जहां तक मैं कह सकता हूँ, यह अपने आप ही धोखाधड़ी का एक स्पष्ट मामला है। अब तुम जो चाहो, कर सकते हो।

नोगोन रॉय द्वारा किए गए, चैतन्य चरितामृत के अंग्रेज़ी अनुवाद को मैं देख चुका हूँ। उसमे कोई टीका नहीं है। इसलिए उसे पढ़ा जा सकता है। पर मैं नहीं जानता कि यह संजीब चौधरी कौन है। बहरहाल, मात्र अनुवाद पढ़ने में कोई नुकसान नहीं है।

जहां तक मिमओग्राफ मशीन की बात है, यदि उसे भिजवाना बहुत महंगा है, तो उस मत भेजो।

रायराम, तुमने गीतोपनिषद् को अमरीका में छपवाने के लिए कुछ दर लिए थे। यदि तुम निम्नलिखित विवरण पर, कई जगहों से दर ले लो और लेकर मुझे बताओ तो मैं तुरन्त निर्णय ले सकता हूँ कि क्या करना है। तुम निम्नलिखित विवरण पर आगे दर ले सकते होः

विवरणः केस बाउंड पुस्तक
मात्राः 5000 पाँच हज़ार प्रतियां
साइज़ः 12 1/2 x 9 1/2 सपाट एवं 6 1/4 x 9 1/2 फोल्ड करने पर पृष्ठसंख्याः 400 और कवर
काग़ज़ः सर्वोत्तम प्रकार की ऑफसेट पुस्तक
कम्पोजीशनः प्रिंटर द्वारा 10 व 12 प्वाइंट एवं इटालिक में
छपाई कार्यः दो तरफ काली स्याही व एक तीन रंग का फोटो
कवरः शीर्षक उकेरा हुआ और बैकबोन पर स्वर्णिम छाप
दरः प्रत्येक पुस्तक
प्राप्तिः कुछ अंश न्यु यॉर्क, कुछ भाग सैन फ्रांसिस्को और कुछ भाग मॉन्ट्रिएल में पंहुचाया जाने का अधिकतम समय

कृपया इसकी दर लेकर मुझे बताओ, ताकि मैं निर्णय ले सकूँ कि पुस्तक को न्यू यॉर्क में छपवाना है या सैन फ्रांसिस्को में।

आशा करता हूँ कि तुम ठीक हो। इसके अलावा गर्गमुनि ने सुझाया है कि लंदन में शाखा खोलने की कुछ संभावना है। इस संभावना के बारे में जानकर मुझे खुशी होगी। यदि मॉन्ट्रिएल के बाद, मैं एक शाखा लंदन में खोल सका, तो यह हमारे मिशन की एक बहुत महान सफलता होगी। कृपया मुझे विस्तार से बताओ।

तुम्हारा शाश्वत शुभाकांक्षी

(हस्ताक्षर)

ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी