HI/730511 - गुरुदास को लिखित पत्र, लॉस एंजिलस

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Letter to Gurudas (Page 2 of 2)


त्रिदंडी गोस्वामी

ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी

संस्थापक-आचार्य:
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ


केंद्र: लॉस एंजिल्स
3764 वात्सेका एवेन्यू
लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया 90034

11 मई, 1973

मेरे प्रिय गुरुदास,

कृपया मेरे आशीर्वाद स्वीकार करो। इस पत्र के साथ तुम्हें वह पत्र संलग्न मिलेगा, जिसे मैंने मदन मोहन गोस्वामी के 4/573 के पत्र के जवाब में भेजा है।

वह तुम्हारे 26/3/73 के उस पत्र का हवाला देता है, जो मेरे पास नहीं है। तो मुझे अपने उस पत्र की एक प्रतिलिपि और साथ ही मेरे 1972 के उस पत्र की भी एक प्रतिलिपि भेजो जो मैंने उसे तब लिखा था जब मैं वृंदावन में था। यह व्यक्ति कुछ छल कर रहा है, तो अब हम भी इसके साथ में छल करेगे। हम सारे सेवाईतों को न्यायालय लेकर जाएंगे और न्यायालय से इस मामले को निबटाने की प्रार्थना करेंगे। उसने उल्लेख किया है कि तुम लाईसेन्स-धारक हो। लेकिन वर्तमान कानून के अन्तर्गत, यदि मकान अथवा भूमि ,फरवरी 1973 में लाईसेन्स-धारक के पास में है, तो उसे किराएदार या मालिक माना जाएगा। मैं सोचता हूँ कि हम राधा दामोदर मन्दिर में इस स्थान को एक किराएदार के रूप में रखेंगे। चूंकि मदन मोहन गोस्वामी छल करने का प्रयास कर रहा है, तो हम भी ऊपर या नीचे के किन्हीं भी कमरों को खाली नहीं करेंगे। यही हमारी नीति होनी चाहिए।

दूसरे सेवाईत के पास जमा रु. 700/- की राशी का अभी तक निबटारा नहीं हुआ है। हम किराया नियंत्रक न्यायालय के पास एक याचिका दायर करेंगे और ऊपर व नीचे के सारे चार कमरों के सामान्य किराए पक्के करवा लेंगे। और फिर ऊपर के दो कमरों का जो किराया नियत किया जाएगा उसे एक साल के किराए के साथ, सूद समेत, रु. 700/- जमा राशी में से निबटा लेंगे। जब तुम याचिका दायर करोगे, तब हम इन सभी सेवाईतों के नाम लेंगे। इन व्यक्तियों के साथ हमें ऐसे निबटना होगा।

आशा करता हूँ कि यह तुम्हें अच्छे स्वास्थ्य में प्राप्त हो।

सर्वदा तुम्हारा शुभाकांक्षी

(हस्ताक्षरित)

ए.सी.भक्तिवेदान्त स्वामी

गुरुदास अधिकारी
वृंदाबन इस्कॉन कृष्ण बलराम मंदिर (हस्तलिखित)
कैथेड्रल रोड (हस्तलिखित)
वृन्दावन (मथुरा)
रमन रेती
भारत