HI/Prabhupada 0869 - जनता व्यस्त मूर्ख है । तो हम आलसी बुद्धिमान पैदा कर रहे हैं



750629 - Conversation in Car after Morning Walk - Denver

प्रभुपाद: ... और व्यस्त मूर्ख अाखरी वर्ग का आदमी है । वर्तमान समय में वे "व्यस्त मूर्ख" हैं ।

तमाल कृष्ण: वे आलसी मूर्ख से भी बदतर हैं ।

प्रभुपाद: हु ?

तमाल कृष्ण: यह आलसी मूर्ख से भी बदतर है ।

प्रभुपाद: हाँ । आलसी मूर्ख मूर्ख है, लेकिन आलसी होने के कारण वह नुकसान नहीं करेगा । लेकिन व्यस्त मूर्ख वह केवल नुकसान करता है । वर्तमान में जनसंख्या मूर्ख व्यस्त है । तो हम आलसी बुद्धिमान पैदा कर रहे हैं । एक बुद्धिमान आदमी को आलसी होना चाहिए, अन्यथा कैसे वह शांत, समझदारी से कार्य कर सकता है । "ठीक है, मुझे विचार करने दो ।" तुम उम्मीद नहीं कर सकते कि बुद्धिमान आदमी आसानी से अपने निर्णय देगा ।

तमाल कृष्ण: वह आलसी कहा जा सकता है, लेकिन वह तमो गुण नहीं है ।

प्रभुपाद: यही संयम है । आधुनिक वृत्ति है "व्यस्त मूर्ख।" साम्यवादी व्यस्त मूर्ख हैं ।