HI/670104 प्रवचन - श्रील प्रभुपाद न्यूयार्क में अपनी अमृतवाणी व्यक्त करते हैं: Difference between revisions

 
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{{Audiobox NDrops|HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत बूँदें|<mp3player>https://s3.amazonaws.com/vanipedia/Nectar+Drops/670104CC-NEW_YORK_ND_01.mp3</mp3player>|"These cowherds boys, they have got a cane in the hand, vetra. And each of them has got a flute also. Vetra veṇu dala. And a lotus flower, and a śṛṅgara, a horn. Śṛṅgara vastra, and very nicely dressed. And full of ornaments. Just like Kṛṣṇa is dressed, similarly, His friends, cowherd boys, they are also dressed. In the spiritual world, when you go, you'll not be able to understand who is Kṛṣṇa and who is not Kṛṣṇa. Everyone is like Kṛṣṇa."|Vanisource:670104 - Lecture CC Madhya 21.13-49 - New York|670104 - Lecture CC Madhya 21.13-49 - New York}}
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Latest revision as of 04:20, 13 October 2020

HI/Hindi - श्रील प्रभुपाद की अमृत वाणी
"ये ग्वाल बाल, उनके हाथ में लकड़ी, वेत्र, है। और सभी के हाथ में बांसुरी भी है। वेत्र वेणु दल। और एक कमल का पुष्प, और एक श्रृंगर, भोंपू। श्रृंगर वस्र, और बहुत सुन्दर तरीके से वस्त्र पहने हुए। और बहुत सारे आभूषण पहने हुए। जैसे कृष्ण सुसज्जित है, उसी तरह उनके मित्र, ग्वाल बाल, वे भी सुसज्जित है। आध्यात्मिक जगत में, जब आप जाते हो, आप समझ नहीं पाओगे की कौन कृष्ण है और कौन कृष्ण नहीं है। हर कोई कृष्ण के समान है।"
670104 - प्रवचन चै.च. मध्य २१.१३-४९ - न्यूयार्क